Thursday, December 3, 2009

मानवाधिकार दिवस पर संगोष्टी

अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष में १० दिसंबर को मानवाधिकार संगठन "मिशन आई इंटरनेशनल सर्विस" के बैनर तले संगोष्टी का आयोजन किया गया। मुजफ्फरपुर के कन्हौली स्थित "खादी भंडार परिसर" में आयोजित "मानवाधिकार व पुलिस की भूमिका" विषयक गोष्टी को संबोधित करते हुए आरक्षी अधीक्षक श्री सुनील कुमार ने कहा कि पुलिस समाज का ही एक अंग है। जैसा समाज होगा, वैसा ही तंत्र होगा। सिर्फ़ पुलिस के भरोसे मानवाधिकार की रक्षा सम्भव नहीं है। इसके लिए समाज को भी आगे आना होगा। इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने आरक्षी अधीक्षक से जवाब-सवाल भी किया।
संगोष्टी को प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार श्री अनिल प्रकाश ने संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस आज भी उपनिवेशवादी सोच से नहीं उबरी है, इसलिए लोगों के अधिकारों के संरक्षण में सफलता नहीं मिल रही है। चिकित्सक व सितारवादक डॉ निशिन्द्र किंजल्क ने पुलिस की तुलना बिच्छु से किया और कहा कि इस तंत्र से उम्मीद करना बेमानी है। वही, संस्कृतिकर्मी श्री शशिकांत झा ने समाज के जागरूक लोगों और युवाओं से आह्वान किया कि मानवाधिकार के संरक्षण की जिम्मेदारी सिर्फ़ पुलिस को ही नहीं है।
गोष्टी को संबोधित करने वालों में अधिवक्ता डॉ संगीता शाही, कवि डॉ संजय पंकज, डॉ ममता रानी, भूपाल भारती, डॉ श्याम कल्याण, डॉ अरुण कुमार मिश्रा, परचम की सचिव नसीमा, आनंद पटेल आदि प्रमुख थे।
इस मौके पर डॉ उमेश कुमार प्रसाद, रिंकू कुमारी, फूल्दो पटेल, पंकज सिंह, रिंकी कुमारी, ममता कुमारी सहित काफ़ी लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार खादी ग्रामोद्योग संघ के मंत्री श्री रामचंद्र चौधरी ने किया, वही विषय प्रवेश मिशन आई के अध्यक्ष संतोष सारंग व मंच संचालन उपाध्यक्ष डॉ हेम नारायण विश्वकर्मा ने किया। स्वागत भाषण श्री रणजीत कुमार जायसवाल ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रोफ़ेसर निराला वीरेंदर ने किया।

कार्यक्रम समन्वयक
डॉ हेमनारायन विश्वकर्मा

7 comments:

  1. इस जानकारी के लिये आभार और बधाई

    ReplyDelete
  2. अच्छी जानकारी, बधाई। ब्लॉगजगत में स्वागत।

    ReplyDelete
  3. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी टिप्पणियां दें

    कृपया वर्ड-वेरिफिकेशन हटा लीजिये
    वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:
    डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?>
    इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना
    और उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये

    ReplyDelete